कोरोना वायरस संकट ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को कुचल दिया है। आने वाले दशकों तक दुनिया भर में महामारी का प्रभाव जारी रहेगा। महामारी ने न केवल दुनिया में 2.5 मिलियन से अधिक लोगों की जान ली है, बल्कि प्रत्येक देश की अर्थव्यवस्था को भी बाधित किया है। महामारी से कई उद्योग सीधे प्रभावित हुए हैं, विशेष रूप से रेस्टोरेंट, एयरलाइंस, मीडिया उत्पादन, फैक्ट्री, विनिर्माण आदि | लेकिन जैसा प्रत्येक बार कहा जाता है दुनिया में बचा वही रहता है जो योग्य होता है | महामारी में भी योग्यतम का बचे रहना (Survival Of The Fittest) ही संभव था | आइए ऐसी 5 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाली कंपनियां जिन्होंने कोरोना काल में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया नई बुलंदिओं को हासिल किया |
मीशो(Meesho) :- मीशो भारत में एक ऐसा मंच है जो लोगों को अपने सोशल नेटवर्क का उपयोग करके उत्पादों को फिर से बेचने की अनुमति देता है। मीशो ने छह साल पहले भारत में सोशल कॉमर्स को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया था, जिससे लाखों गृहणियों को आय का जरिया मिल गया | विदित आत्रे मीशो के को-फाउंडर और सीईओ हैं। कोरोना महामारी में मीशो के सामने भी अन्य कंपनियों की तरह काफी परेशानियां आई लेकिन मीशो ने कोरोना के समय हैंडमेड मास्क, सनिटाइज़र, ग्लव्स आदि कोरोना के समय ज़रूरी सामानों का विक्रय शुरू कर दिया | इसी स्ट्रेटेजी की वजह से आज मीशो की कंपनी ग्रोथ अन्य कंपनीयों से तीव्र रही और आज कंपनी के पास वर्तमान में 7 मिलियन से अधिक पुनर्विक्रेताओं का नेटवर्क है, जिनमें से 80% महिलाएं हैं | मीशो ने जिस उद्देश्य के साथ यह मंच प्रारम्भ किया था उसी को ध्यान में रखकर मीशो(Meesho) की Tagline/Slogan है :- सिर्फ एक गृहिणी नहीं, एक मीशो एंटरप्रेन्योर (Not just a homemaker, a Meesho Entrepreneur) |
जोमैटो(Zomato) :- जोमैटो एक भारतीय फ़ूड डीलीवेरिंग ऐप है और कोरोना काल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाली कंपनियां है उनमे से एक है | जिसे 2008 में दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने मिलकर लांच किया था। इस ऐप की मदद से अपने शहर के किसी भी रेस्टोररेंट से अपने पसन्द का खाना आर्डर कर सकतें है। कोरोना महामारी के समय अप्रैल 2020 में, Zomato ने पोस्ट-लॉकडाउन में भी अपने आप को मार्किट के लिए तैयार किया और कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी की शुरुआत की, जिसमें बिल भुगतान को ऑनलाइन ऐप के माध्यम से कर दिया गया, जबकि प्रत्येक कर्मचारी मास्क पहनेंगे और नियमित रूप से अपने तापमान की जांच करते रहेंगे | जोमैटो(Zomato)की Tagline/Slogan है :- हर भोजन मायने रखता है (every meal matters)
अरिस्टो फार्मास्यूटिकल(Aristo Pharmaceuticals) :- महेंद्र प्रसाद भारतीय जेनरिक निर्माता अरिस्टो फार्मास्यूटिकल्स के संस्थापक थे। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाली कंपनियां अरिस्टो भारत की शीर्ष 20 फार्मा कंपनियों में से एक है। वियतनाम, श्रीलंका और म्यांमार जैसे देशों-विदेशों में अरिस्टो उपस्थित है| वर्तमान में 300+ उत्पादों की रेंज और $427 मिलियन के वार्षिक कारोबार के साथ मौजूद है। एरिस्टो नए चिकित्सा क्षेत्रों में नवीन उत्पादों की पेशकश करके स्वास्थ्य में सुधार के अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए लगातार प्रयास करता है। अरिस्टो फार्मास्यूटिकल(Aristo Pharmaceuticals) की Tagline/Slogan है:- गुणवत्ता- वह इकाई जिसकी हम गणना करते हैं (Quality- the unit we count)
बाईजूस(Byju’s) :- बाईजूस ऐप के संस्थापक केरल के बायजू रविंद्रन हैं. इस ऐप को 2015 में लांच किया गया | रविंद्रन इससे पहले एक स्कूल अध्यापक थे. आज रविन्द्रन भारत के अरबपतियों में से एक है | बाईजूस एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म है | जहाँ पर क्लास नर्सरी से लेकर बारहवीं तक की ऑनलाइन पढाई कराई जाती है और साथ में आईएएस , कैट।, जीएमएटी एग्जाम की भी तैयारी कराई जाती है | इस ऐप की मदद से आप घर बैठे पढ़ाई से जुड़ी हजारों वीडियो देख सकते हैं, जो आपकी पढाई को और अधिक आसान बनाते हैं और वीडियो की मदद से आपको समझने में भी आसानी होती है. बाईजूस आज के समय में 6 बिलियन डॉलर की कंपनी है और रविन्द्रन के अनुसार बाईजूस का रेवेन्यू 2022 तक दोगुना होने की उम्मीद है | बाईजूस(Byju’s) की Tagline/Slogan है:- सीखने के साथ प्यार में पड़ना (Fall In Love With Learning)
डार्विनबॉक्स(Darwinbox) :- डार्विनबॉक्स को तीन सह-संस्थापक, चैतन्य पेड्डी, जयंत पलेती और रोहित चेन्नामनेनी, जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से हैं, नवंबर 2015 में एक विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी उत्पाद बनाने के लिए एक साथ आए जो आईआईएम/आईआईटी/एक्सएलआरआई के पूर्व छात्र और मैकिन्से, गूगल और ईवाई जैसी प्रमुख फर्मों में कार्य अनुभव के साथ की थी। डार्विनबॉक्स, एक क्लाउड-आधारित एचआर टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है, जो पूरे कर्मचारी जीवन चक्र में एक संगठन की जरूरतों को पूरा करता है| डार्विनबॉक्स ने 2021 में 550 ग्राहकों के साथ $1.6M राजस्व प्राप्त किया। कंपनी का राजस्व, चेन्नामनेनी के अनुसार, 2020-21 (FY21) में दोगुना हो गया है। 2019-20 (FY20) में, कंपनी ने स्टैंडअलोन आधार पर 24.27 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था | डार्विनबॉक्स वर्तमान में अपने व्यापार का 75% भारत से और 25% एशिया के अन्य देशों से उत्पन्न करता है तथा चेन्नामनेनी को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में कंपनी का राजस्व दोगुना हो जाएगा।
और पढ़े :- स्टार्टअप्स जिन्होंने शार्क टैंक इंडिया पर बड़ा निवेश प्राप्त किया