एजुकेशन

छोटे शहरों के छात्रो को कॉलेज एड्मिशन मे आने वाली समस्याएँ

कॉलेज एडमिशन की प्रक्रिया किसी भी छात्र के लिए कठिन होती है, लेकिन विशेष रूप से छोटे शहर के छात्र ज़ादा समस्याओं का सामना करते हैं। छोटे शहरों के बच्चों  की शिक्षा में कई चुनौतियाँ सामने आती हैं जैसे, अछे संसाधनों और फ़ीस के पैसों की कमी और कम संभावनाएँ। हालाँकि, हाल के सालों मे पहले से मौजूद संसाधनों का लाभ उठाते हुए और अवसरों को खोजते हुए, इन छात्रों ने  ऐसी बाधाओं को पार करके अपने लक्ष्यों को हासिल किया है।

छोटे शहरों में छात्रों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है संसाधनों की सीमित पहुँच। ये संसाधन बस आर्थिक नहीं हैं, इसमे वो जानकारी भी आती है जो इन लोगों को उपलब्ध नहीं हो पाती। इस जानकारी की कमी की वजह से छात्र न तो अच्छी शिक्षा प्राप्त कर पाते हैं न ही अच्छी नौकरियाँ।  इन जगहों से आने वाले छात्रों को अधिकतर, गाइड, कॉलेज फेस्ट और कॉलेज देखने के अवसर कम प्राप्त होते हैं। इससे छात्रों का अलग-अलग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के बारे में जानना मुश्किल हो जाता है और ऐप्लिकेशन की  प्रक्रिया में उन्हें क्या करना है यह समझना भी।

पिछले कुछ समय में छोटे शहरों के छात्रों के लिए राहत की बात है कि अलग-अलग कॉलेजों और युनिवर्सिटियों के बारे में जानने में मदद करने वाली कई वेबसाईटें इन्टरनेट पर आ गई हैं। कॉलेज बोर्ड और ReviewAdda जैसी वेबसाइटें अलग-अलग कॉलेज के बारे में जानकारी, एंट्रेंस के लिए ज़रूरी निर्देश, फ़ीस की जानकारी और कैंपस लाइफ़ जैसी जानकारियाँ प्रदान करती हैं। ये वेबसाइटें छात्रों को कॉलेज तक पहुँचने में भी मदद करती हैं। इनके काउन्सिलर हर तरह की जानकारी रखते हैं और बच्चों को उनके हिसाब से सलाह देते हैं। ये सारी जानकारी को जमा कर बच्चों तक पहुँचाते हैं।

छात्रों की अलग-अलग और बहुत सी परेशानियाँ होती हैं जिनका उन्हें सामना करना पड़ता है। वित्तीय परेशानी उनमे से एक है। ज़्यादातर छोटे शहर के छात्र कम-वेतन वाले परिवारों से होते हैं और उनके पास कॉलेज जाने और फ़ीस भरने के लिए पैसे नहीं होते।

छोटे शहर से होने के बावजूद कैसे करें संसाधनों का सही प्रयोग- राहुल जैन, सह-संस्थापक, रिवियुअडडा

लेकिन आजकल के इस बदलते दौर मे पैसों से ज्यादा महत्व कला का हो गया है। अगर आपके पास जानकारी है तो आप पैसे कमा ही लेंगे। इसलिए छात्रों को प्रयास करना चाहिए कि सरकार द्वारा दिये जा रहे संसाधनों का प्रयोग करके अपने लिए किसी अच्छे कॉलेज का प्रबंध करें जहाँ वो कोई न कोई काला सीख लें। अगर सरकारी मदद नहीं मिल रही तो छात्रों को प्रयास करना चाहिए कि किसी प्रकार के लोन का फ़ायदा उठाएँ और अपनी शिक्षा को जारी रखें।

कॉलेज जाने वाले छोटे शहर के छात्र जिन्हें एजुकेशन लोन की आवश्यकता होती है, उनके लिए कई विकल्प मजूद हैं। कई कॉलेज और विश्वविद्यालय छात्रों को उनकी शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप और अन्य वित्तीय सहायताएँ प्रदान करते हैं। इसके अलावा, कई संगठन ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों के लिए विशेष स्कॉलरशिप पेश करते हैं।

छोटे शहरों के छात्रों के सामने समस्याएँ तो बहुत हैं लेकिन अगर वो उनके पास उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग सही प्रकार से करें तो वो अपने जीवन मे बड़े बदलाव ला सकते हैं। वो अपने दम पर भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज मे जा सकते हैं, अगर इसमे कोई दिक्कत भी आती है तो उनके पास ReviewAdda जैसे संसाधन उपलब्ध हैं। इस प्लेटफ़ॉर्म के Cofounder, Rahul Jain भी छोटे शहर से आते हैं, इसलिए वो हर तरह की परेशानी को सही से समझ कर बच्चों को सुझाव दे पाते हैं।

और पढ़े : यूजीसी द्वारा गाइडलाइन जारी, दो कोर्स की पढ़ाई कर सकते है एक साथ

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